भारत की पहली महिला डीजीपी कंचन चौधरी भट्टाचार्य का निधन

भारत की पहली महिला डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) कंचन चौधरी भट्टाचार्य का लंबी बीमारी के बाद 26 अगस्त 2019 को मुंबई में निधन हो गया. कंचन चौधरी भट्टाचार्य 1973 बैच की आईपीएस अधिकारी थीं. उन्होंने साल 2004 में उस समय इतिहास रचा था जब वे उत्तराखंड की पुलिस महानिदेशक बनीं थीं. 31 अक्टूबर 2007 को वे पुलिस महानिदेशक के पद से सेवानिवृत्त हुईं.

उन्होंने साल 2014 के लोकसभा चुनाव लड़कर सेवानिवृत्ति के बाद राजनीति में कदम रखा था. उन्होंने साल 2014 लोकसभा चुनाव में हरिद्वार संसदीय सीट से आम आदमी पार्टी (आप) के टिकट से चुनाव लड़ा था. हालांकि वे चुनाव हार गई थीं.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कंचन चौधरी भट्टाचार्य के निधन पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने लिखा कि दुखी हूं कि देश की पहली महिला डीजीपी कंचन चौधरी भट्टाचार्य का निधन हो गया है. वह सेवानिवृत्त होने के बाद सार्वजनिक जीवन में सक्रिय रहीं तथा उन्होंने अपने अंतिम सांस तक देश की सेवा की. हमें उनकी याद आएगी.

दूसरी महिला आईपीएस अधिकारी

किरण बेदी के बाद कंचन चौधरी भट्टाचार्य देश की दूसरी महिला आईपीएस अधिकारी थीं. वे मूल रूप से हिमाचल प्रदेश की रहने वाली थीं.

कंचन चौधरी भट्टाचार्य के बारे में

  • कंचन चौधरी भट्टाचार्य उत्तर प्रदेश कैडर की पहली आईपीएस थी. उन्होंने राजकीय महिला महाविद्यालय, अमृतसर से पढ़ाई पूरी की.
  • वहीं, उन्होंने पोस्ट-स्नातक स्तर की पढ़ाई अंग्रेजी साहित्य में दिल्ली-यूनिवर्सिटी से की.
  • कंचन चौधरी भट्टाचार्य के जीवन से प्रेरणा लेकर दूरदर्शन पर एक सीरियल ‘उड़ान’ भी प्रसारित हो चुका है.
  • उन्हें मेक्सिको में साल 2004 में आयोजित इंटरपोल की बैठक में भारत की और से प्रतिनिधित्व करने के लिए चयनित किया गया था.
  • उन्हें साल 1989 में प्रतिष्ठित सेवाओं के लिए ‘राष्ट्रपति पदक’ भी मिल चुका है.
  • उन्होंने साल 1980 के बाद से कई विशेष प्रशिक्षणों और पाठ्यक्रमों में भाग लिया था.
  • उन्हें अपनी ईमानदारी और आम आदमी की समस्याओं के प्रति संवेदनशीलता हेतु काफी अधिकारियों के बीच में से डीजीपी चयनित किया गया था.