झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा 18 जनवरी 2020 को भारतीय तीरंदाजी संघ (एएआई) के नए अध्यक्ष चुने गये. इसी के साथ एएआई में लंबे समय से चली आ रही विवाद पर विराम लग गया है. अर्जुन मुंडा ने विपक्षी बीवीपी राव को 34-18 वोटों के अंतर से हराया.
अर्जुन मुंडा का कार्यकाल चार वर्षों का होगा. हरियाणा के कैप्टन अभिमन्यू शर्मा ने उपाध्यक्ष का पद हासिल किया है. वहीँ उत्तराखंड के राजेंद्र सिंह तोमर कोषाध्यक्ष के पद पर चुने गए. विश्व तीरंदाजी ने गुटबाजी के कारण एएआई पर बैन लगा रखा है तथा इसी कारण भारतीय खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में तटस्थ खिलाड़ियों के तौर पर हिस्सा लेना पड़ता था.
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा का तीरंदाजी से जुड़ाव रहा है. अर्जुन मुंडा के प्रयास से साल 2006 में सरायकेला के दुगुनी में झारखंड सरकार कल्याण विभाग की तरफ से तीरंदाजी एकेडमी की स्थापना की गई थी. यहां विशेषकर जनजातीय तीरंदाजों को तराशा जाता है. अर्जुन मुंडा के प्रयास से खरसावां के ‘अर्जुना’ स्टेडियम में भी एक तीरंदाजी सेंटर चलता है. सरायकेला-खरसावां जिला तीरंदाजी संघ की कमान अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा संभाल रही है. |
अर्जुन मुंडा के बारे में
- अर्जुन मुंडा झारखंड प्रान्त के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके है. मात्र 35 वर्ष की आयु में मुख्यमंत्री का पद संभालने वाले अर्जुन मुंडा के नाम देश में सबसे कम उम्र में मुख्यमंत्री बनने का रिकॉर्ड है.
- वे फरवरी 2005 में झारखंड में दूसरी बार मुख्यमंत्री निर्वाचित हुये थे. मध्य वर्गीय परिवार से आनेवाले अर्जुन मुंडा बिहार औऱ झारखंड विधानसभा में खरसाँवा का प्रतिनिधित्व करते हैं.
- वे फिलहाल जमशेदपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव हैं. उनका राजनीतिक जीवन साल 1980 से शुरू हुआ था. अर्जुन मुंडा ने राजनीतिक पारी की शुरूआत झारखंड मुक्ति मोर्चा से की. वे 11 सितम्बर 2010 को तीसरी बार झारखंड के मुख्यमंत्री बने थे.