प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 अक्टूबर 2019 को ‘ब्रिजिटल नेशन’ पुस्तक का विमोचन किया. उन्होंने नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में रतन टाटा को इसकी पहली प्रति भेंट की. यह पुस्तक एन चंद्रशेखरन और रूपा पुरुषोत्तम द्वारा लिखी गई है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए लेखकों को एक दूरदर्शी पुस्तक लिखने हेतु सराहना की. प्रधानमंत्री ने कहा कि पुस्तक ऐसे समय में प्रकाशित हुई है जब प्रौद्योगिकी सकारात्मक रूप से लाखों भारतीयों के जीवन को बदल रही है. उन्होंने कहा कि तेजी से बढ़ रहे आकांक्षी भारत के लिए सकारात्मकता, रचनात्मकता तथा रचनात्मक मानसिकता जरूरी है.
पुस्तक के बारे में
यह पुस्तक भविष्य का एक बहुत ही शक्तिशाली विज़न प्रस्तुत करती है जहां प्रौद्योगिकी तथा मानव परस्पर लाभकारी पारिस्थितिकी तंत्र में सह-अस्तित्व में हैं. यह पुस्तक तर्क प्रस्तुत करती है कि मानव श्रम के प्रतिस्थापन के रूप में प्रौद्योगिकी को स्वीकार करने की जगह, भारत इसका उपयोग अधिक रोजगार उत्पन्न करने हेतु एक सहायता के रूप में कर सकता है. अत्याधुनिक डिजिटल उपकरण आकांक्षाओं एवं उपलब्धियों के मध्य एक सेतु का काम कर सकते हैं, इसलिए इसे ‘ब्रिजिटल’ नाम दिया गया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि प्रौद्योगिकी सुधार, परिवर्तन तथा प्रदर्शन के लिए किस प्रकार सरकारी योजनाओं का एक प्रमुख घटक रही है. उन्होंने उज्ज्वला योजना, डिजिटल मैपिंग तथा वास्तविक समय निगरानी के उपयोग के बारे में उल्लेख किया जिसने लाखों महिलाओं के जीवन को पूरी तरह से बदल दिया है.
प्रधानमंत्री मोदी ने प्रौद्योगिकी द्वारा उत्पन्न की गई चुनौतियों को अवसरों में बदलने की जरूरतों का उल्लेख करते हुए, इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के निर्माण का उदाहरण दिया. प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरे डाक संगठन के लिए प्रौद्योगिकी द्वारा उत्पन्न व्यवधान को एक प्रौद्योगिकी सघन बैंकिंग प्रणाली में बदल दिया गया. इससे डाक बैंक के माध्यम से लाखों लोग लाभान्वित हुए है.
प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर भी जोर दिया कि उनकी सरकार ने सरकारी ई-मार्केट प्लेस (जीईएम) जैसे अभिनव विचारों के माध्यम से सरकारी विभागों के बीच कोष्ठागारों (सिलो) को हटाने तथा आपूर्ति प्रणालियों एवं मांग के बीच एक सेतु का निर्माण करने हेतु प्रौद्योगिकी का उपयोग किया है. प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि किस तरह से प्रौद्योगिकी ने जन धन योजना तथा आयुष्मान भारत जैसी योजनाओं के माध्यम से लोगों को अधिकार संपन्न बनाने में सहायता की है.