दुती चंद ने रचा इतिहास, ग्लोबल इवेंट में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय

भारत की महिला धाविका दुती चंद ने इटली में चल रहे वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया. दुती चंद ने 30वें समर यूनिवर्सिटी गेम्स में 100 मीटर स्पर्धा का स्वर्ण पदक अपने नाम किया है.

दुती चंद ने 100 मीटर स्पर्धा में 11.32 सेकंड का समय निकालते हुए रेस जीती. वहीं स्विट्जरलैंड की डेल पोंट (11.33 सेकंड) दूसरे स्थान पर और जर्मनी की क्वायाई (11.39 सेकंड) तीसरे स्थान पर रहीं.

भारत के लिए खेल के इस संस्करण में यह पहला स्वर्ण पदक है. यूनिवर्सिटी गेम्स के इतिहास में इससे पहले किसी भी भारतीय खिलाड़ी ने 100 मीटर स्पर्धा के फाइनल में भी जगह नहीं बनाई थी. हिमा दास के बाद दुती चंद दूसरी महिला धाविका हैं जिन्होंने ग्लोबल इवेंट मे स्वर्ण पदक जीता है. हिमा दास ने साल 2018 में वर्ल्ड जूनियर एथलेटिक्स चैम्पियशिप के 400 मीटर स्पर्धा प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता था.

राष्ट्रपति ने दुती चंद को दी बधाई

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इस मौके पर दुती चंद को बधाई दी. दुती चंद ने राष्ट्रपति को धन्यवाद देते हुए कहा कि वे ओलिम्पिक में भी अपना सर्वश्रेष्ठ देकर स्वर्ण पदक जीतने का प्रयास करेंगी.

खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने भी दुती चंद को बधाइयां दी

दुती चंद को खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने भी बधाइयां दी हैं. साथ ही किरेन रिजिजू ने दुती चंद के प्रतियोगिता का वीडियो ट्विटर पर शेयर किया है.

दो साल का प्रतिबंध लगा था

दुती चंद को अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स महासंघ (आईएएएफ) की हाइपरएंड्रोजेनिज्म नीति (जिसके तहत पुरूष हार्मोन की सीमा अधिक पाये जाने पर महिला खिलाड़ी को प्रतियोगिता में भाग लेने से रोका जाता है) के कारण 2014-15 में खेलने की अनुमति नहीं दी. इसके कारण दुती चंद साल 2014 कॉमनवेल्थ और एशियन गेम्स खेलों में भाग नहीं ले पाई थी.

दुती चंद:

•   दुती चंद का जन्म 03 फरवरी 1996 को ओडिशा के चाका गोपालपुर गांव में हुआ था.

•   वे एशियाई खेलों में भी दो रजत पदक जीत चुकी है.

•   दुती चंद इन दिनों टोक्यो ओलिंपिक के लिए विदेश में ट्रेनिंग ले रही हैं.

•   उन्होंने कजाखिस्तान के अलमाटी में 26वें जे कोसनोव मेमोरियल मीट में ओलंपिक में जगह बनाते हुए खुद के राष्ट्रीय रिकॉर्ड में भी सुधार किया.