मशहूर फिल्मकार बासु चटर्जी का निधन

Veteran Filmmaker Basu Chatterjee Dies

मशहूर फिल्मकार बासु चटर्जी ( Basu Chatterjee) का 04 जून 2020 को निधन हो गया है. वे 93 साल के थे. फिल्म इंडस्ट्री को कोरोना वायरस लॉकडाउन में एक बार फिर बड़ा झटका लगा है. इरफ़ान ख़ान, ऋषि कपूर, वाजिद ख़ान के बाद अब दिग्गज निर्देशक बासु चटर्जी ने भी दुनिया का साथ छोड़ दिया. बासु चटर्जी की निधन की ख़बर सोशल मीडिया पर लहर तरह की दौड़ गई है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सिनेमा जगत के तमाम दिग्गज फिल्ममेकरों और सेलेब्रिटीज ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करके बासु चटर्जी के जाने का शोक व्यक्त किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा कि बासु चटर्जी के निधन के बारे में जानकर बहुत दुख हुआ. उनका काम बहुत शानदार और संवेदनशील रहा है.

बासु चटर्जी के बारे में
 
  • बासु चटर्जी का जन्म 10 जनवरी 1930 को अजमेर में हुआ था. बासु चटर्जी को उनकी अलग पहचान बनाने वाली फिल्मों के लिए जाना जाता था.
  • उन्होंने ‘चमेली की शादी’, ‘खट्टा मीठा’, रजनीगंधा जैसी फिल्मों में अपना जादू बिखेरा था. उनकी फिल्में मध्य वर्ग परिवारों पर आधारित होती थीं. बासु चटर्जी का निधन मनोरंजन जगत के लिए अपूर्णनीय क्षति है.
  • बासु चटर्जी फिल्म ‘छोटी सी बात’ और ‘रजनीगंधा’ जैसी अपनी बेहतरीन फिल्मों के लिए जाने जाते हैं. सात बार फ़िल्म फ़ेयर अवॉर्ड और एक बार राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार का सम्मान पाने वाले बासु दा ने कुछ बंगाली फ़िल्मों का निर्देशन भी किया था.
  • बासु चटर्जी ने साल 1969 में आई फ़िल्म ‘सारा आकाश’ से बतौर निर्देशक अपना फिल्मी करियर शुरू किया था. उन्होंने ‘पिया का घर’ (साल 1972), ‘उस पार’ (साल 1974), ‘रजनीगंधा’ (साल 1974), ‘छोटी सी बात’ (साल 1975), ‘चितचोर’ (साल 1976), ‘स्वामी’ (साल 1977), ‘खट्टा-मीठा’ (साल 1978), ‘प्रियतमा’ (साल 1978), ‘बातों बातों में’ (साल 1979) जैसी बेहतरीन फ़िल्मों का निर्देशन किया था.
  • उन्होंने अस्सी के दशक में छोटे पर्दे की तरफ़ रुख किया और दूरदर्शन के लिए ‘रजनी’, ‘कक्का जी कहिन’ और ‘ब्योमकेश बख्शी’ जैसे लोकप्रिय धारावाहिकों का निर्माण किया था. उन्होंने भारतीय सिनेमा में सराहनीय काम किया था.
  • उन्हें साल 2007 में आईफा ने लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से नवाजा था. बासु दा साल 1969 से लेकर साल 2011 तक फिल्मों के निर्देशन में सक्रिय रहे. बासु दा ने निर्देशन से पहले 1966 में रिलीज हुई राज कपूर और वहीदा रहमान स्टारर फिल्म तीसरी कसम के निर्देशक बासु भट्टाचार्य के सहायक के तौर पर काम किया.