छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी का 29 मई 2020 को निधन हो गया. वे 74 साल के थे. अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी ने ट्वीट कर अपने पिता के निधन की सूचना दी है. उन्होंने लिखा की 20 वर्षीय युवा छत्तीसगढ़ राज्य के सिर से आज उसके पिता का साया उठ गया. वे लम्बे समय से बीमार थे.
छत्तीसगढ़ सरकार ने जोगी के निधन पर तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है. इस दिन राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा तथा कोई भी शासकीय समारोह आयोजित नहीं होंगे. स्वर्गीय जोगी का राजकीय सम्मान के साथ 30 मई को गौरेला में अंतिम संस्कार किया जाएगा.
छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री थे अजीत जोगी
नौकरशाह से राजनेता बने अजित जोगी, छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री रहे हैं. मध्य प्रदेश से छत्तीसगढ़ के बंटवारे के बाद वे नवंबर 2000 से नवंबर 2003 तक मुख्यमंत्री रहे. अजित जोगी ने साल 2016 में कांग्रेस छोड़ दी थी और अपनी पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) की स्थापना की थी.
- 21 अप्रैल 1946 को छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में जन्मे अजित जोगी ने भोपाल से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और बाद में उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से क़ानून की डिग्री ली.
- जोगी ने कुछ समय तक रायपुर के इंजीनियरिंग कॉलेज में अध्यापन भी किया. उन्होंने यहीं रहते हुये सिविल सर्विसेस की परीक्षा दी और भारतीय पुलिस सेवा के लिये चुने गये. डेढ़ साल तक पुलिस सेवा में रहने के बाद अजित जोगी ने फिर से परीक्षा दी और वो भारतीय प्रशासनिक सेवा के लिये चुन लिये गये.
- उन्होंने साल 1998 में रायगढ़ लोकसभा से पहली बार चुनाव लड़ा और वो संसद पहुंचे. हालांकि एक साल बाद 1999 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा.
- साल 2000 में मध्य प्रदेश से अलग जब छत्तीसगढ़ राज्य बनाया गया तो मुख्यमंत्री के तमाम नामों की अटकलों के बीच अप्रत्याशित रूप से अजित जोगी राज्य के पहले मुख्यमंत्री बनाये गये.
- अजीत जोगी ने अपने करियर की शुरुआत बतौर कलेक्टर की थी. उसी समय तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी के संपर्क में आ गए. उन्होंने साल 1986 के आसपास कांग्रेस ज्वाइन कर ली और सक्रिय राजनीति में प्रवेश किया था.