हाल ही में संयुक्त राष्ट्र के प्रवासियों के अंतरराष्ट्रीय संगठन (International Organization for Migration) द्वारा वैश्विक प्रवासन रिपोर्ट (ग्लोबल माइग्रेशन रिपोर्ट) 2020 जारी की गई. यह संगठन साल 2000 से विश्व भर में प्रवासन के संबंध में समझ में वृद्धि करने की दिशा में काम कर रहा है. यह संगठन इसी संदर्भ में ‘विश्व प्रवासन’ रिपोर्ट तैयार करता है.
भारत विश्वभर में अंतरराष्ट्रीय प्रवासियों का सबसे बड़ा मूल देश बना हुआ है. फिलहाल पूरी दुनिया में भारतीय मूल के लोग की संख्या 1.75 करोड़ है. आईओएम ने हाल ही में अपनी नवीनतम वैश्विक रिपोर्ट में कहा कि समग्र आंकड़ा विश्व की जनसंख्या का बहुत छोटे से हिस्से का प्रतिनिधित्व करता है.
- रिपोर्ट के अनुसार, विश्वभर में प्रवासियों की संख्या साल 2019 में बढ़कर 27 करोड़ हो जाने का अनुमान है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अब भी ज्यादातर प्रवासियों हेतु सबसे अच्छा जगह अमेरिका बनी हुई है. अमेरिका में फिलहाल लगभग 5.1 करोड़ प्रवासी लोग रहते हैं.
- रिपोर्ट के अनुसार, भारत के सबसे अधिक संख्या (1.75 करोड़) में प्रवासी विदेशों में कार्यरत हैं. इसके बाद मेक्सिको का स्थान आता है जहां के 1.18 करोड़ लोग और चीन के 1.07 करोड़ प्रवासी अन्य देशों में कार्यरत हैं.
- विदेशों में रह रहे देशवासियों द्वारा भेजी गयी रकम प्राप्त करने वाले देशों में भारत पहले स्थान पर बना हुआ है. भारतीय प्रवासियों ने साल 2018 में करीब 78.6 अरब डॉलर की राशि देश में भेजी.
- रिपोर्ट के अनुसार, इस सूची में 67.4 अरब डॉलर के साथ चीन दूसरे स्थान पर है. वहीँ, 35.7 अरब डॉलर के साथ मेक्सिको तीसरे स्थान पर है.
- विश्व माइग्रेशन रिपोर्ट 2020 के मुताबिक 68 बिलियन डॉलर बाहर भेजने वाला अमेरिका पहले स्थान पर है. इसके बाद यूएई 44.4 बिलियन डॉलर के साथ दूसरे स्थान पर और सऊदी अरब 36.1 बिलियन डॉलर के साथ तीसरे स्थान पर है.
प्रवासन हेतु अंतराराष्ट्रीय संगठन (आईओएम)
यह संगठन अंतरराष्ट्रीय संस्था है जो मानवीय व्यवस्थित प्रवास को सुनिश्चित करती है. यह संगठन प्रवासियो को पुनर्वास अवसरो की खोज में सहायता प्रदान करती है. इस संगठन का मुख्यालय जेनेवा, स्विट्जरलैंड में है.
यह संगठन सरकारी, अंतर-सरकारी तथा गैर-सरकारी सहयोगियों के साथ मिलकर काम करता है. इस संगठन के 100 से अधिक देशों में कार्यालय हैं. आईओएम सभी ज़रूरतमंद लोगों हेतु मानवीय एवं व्यवस्थित प्रवास को बढ़ावा देने के लिए समर्पित संगठन है.