
सामान्य हिन्दी-1/General Hindi-1
निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़ कर उसके नीचे दिए गए बहुविकल्पीय प्रश्नों में सही विकल्प का चयन करें |
अनुशासन बाह्य नहीं, भीतरी नियंत्रण है |
वह भीतर से बांधता है भीतर से बांधना धर्म से संभव है |
धर्म मनुष्य को नैतिकता की ओर ले जाता है |
वह व्यक्तिगत और सामाजिक व्यवहार के कुछ ऐसी मापदंड प्रस्तुत करता है जो हमें उच्च संस्कार दे सके |
“स्व” को “पर” से पीछे रखने पर ही ये उच्च संस्कार सध सकते हैं |
के लिए आत्मतोषी और अपरग्रही होना आवश्यक है |
आधुनिक अध्ययन हमें आत्मबल नहीं देती है |
वह सूचना मात्र ही देती है | साहित्य और कला को हमने शिल्प तक सीमित कर दिया है |
हमारा अध्ययन वैज्ञानिक हो गया है | वैज्ञानिकता का अर्थ है विश्लेषणात्मक अध्ययन |
इस चिरा- फाड़ी में ना साहित्य हाथ में पड़ता है, ना कला ना धर्म| हम परिधि पर ही चक्कर लगाते रहते हैं |
कि आज का शिक्षित मनुष्य भीतर से अशिक्षित है |
उसके भीतर एक बड़ा शून्य है जो उसे बराबर कुरेदता रहता है और उसके अहं को उकसाता रहता है |
| आधुनिक शिक्षा हमें आत्मबल से वंचित रखती है, क्योंकि वह-
Correct!
Wrong!
निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़ कर उसके नीचे दिए गए बहुविकल्पीय प्रश्नों में सही विकल्प का चयन करें |
अनुशासन बाह्य नहीं, भीतरी नियंत्रण है |
वह भीतर से बांधता है भीतर से बांधना धर्म से संभव है |
धर्म मनुष्य को नैतिकता की ओर ले जाता है |
वह व्यक्तिगत और सामाजिक व्यवहार के कुछ ऐसी मापदंड प्रस्तुत करता है जो हमें उच्च संस्कार दे सके |
“स्व” को “पर” से पीछे रखने पर ही ये उच्च संस्कार सध सकते हैं |
के लिए आत्मतोषी और अपरग्रही होना आवश्यक है |
आधुनिक अध्ययन हमें आत्मबल नहीं देती है |
वह सूचना मात्र ही देती है | साहित्य और कला को हमने शिल्प तक सीमित कर दिया है |
हमारा अध्ययन वैज्ञानिक हो गया है | वैज्ञानिकता का अर्थ है विश्लेषणात्मक अध्ययन |
इस चिरा- फाड़ी में ना साहित्य हाथ में पड़ता है, ना कला ना धर्म| हम परिधि पर ही चक्कर लगाते रहते हैं |
कि आज का शिक्षित मनुष्य भीतर से अशिक्षित है |
उसके भीतर एक बड़ा शून्य है जो उसे बराबर कुरेदता रहता है और उसके अहं को उकसाता रहता है |
अवतरण में मुद्रित पदबंध से अभिप्रेत है-
Correct!
Wrong!
‘ अनुमति’ शब्द के लिए वाक्यांश का चयन कीजिए-
Correct!
Wrong!
निम्न में से कोई एक पर्यायवाची समूह सही है, उसका चयन कीजिए-
Correct!
Wrong!
“फांसी” शब्द में कौन-सा प्रत्यय है?
Correct!
Wrong!
‘कृदंत’ प्रत्यय किन शब्दों के साथ जुड़ते हैं?
Correct!
Wrong!
निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर उसके नीचे दिए गए बहुविकल्पी प्रश्नों में सही सही विकल्प का चयन करें |
पर्वतों को काटकर सड़कें बना देते हैं वे,
सैकड़ों मरुभूमियों में नदियां बहा देते हैं वे |
गर्भ में जलराशि की बेड़ा चला देते हैं वे,
जंगलों में भी महामंगल रचा देते हैं वे |
भेद- नभ- तल का उन्होंने बहुत बतला दिया है,
उन्होंने ही निकाली तार की सारी क्रिया ||
सब तरह से आज जितने देश हैं फूले-फले,
बुद्धि, विद्या, धन, वैभव की है जहां डेरे डले |
वे बनाने से उन्हीं के बन गए इतने भले,
वे सभी हैं हाथ से ऐसे सपूतों के पले |
लोग जब ऐसे, समय पाकर जनम लेंगे कभी ,
देश की औ, जाति की होगी भलाई भी तभी ||
‘पर्वतों को काटकर सड़कें बनाना’ का अर्थ है?
Correct!
Wrong!
निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर उसके नीचे दिए गए बहुविकल्पी प्रश्नों में सही सही विकल्प का चयन करें |
पर्वतों को काटकर सड़कें बना देते हैं वे,
सैकड़ों मरुभूमियों में नदियां बहा देते हैं वे |
गर्भ में जलराशि की बेड़ा चला देते हैं वे,
जंगलों में भी महामंगल रचा देते हैं वे |
भेद- नभ- तल का उन्होंने बहुत बतला दिया है,
उन्होंने ही निकाली तार की सारी क्रिया ||
सब तरह से आज जितने देश हैं फूले-फले,
बुद्धि, विद्या, धन, वैभव की है जहां डेरे डले |
वे बनाने से उन्हीं के बन गए इतने भले,
वे सभी हैं हाथ से ऐसे सपूतों के पले |
लोग जब ऐसे, समय पाकर जनम लेंगे कभी ,
देश की औ, जाति की होगी भलाई भी तभी ||
काव्यांश का उपयुक्त शीर्षक होगा?
Correct!
Wrong!
निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर उसके नीचे दिए गए बहुविकल्पी प्रश्नों में सही सही विकल्प का चयन करें |
पर्वतों को काटकर सड़कें बना देते हैं वे,
सैकड़ों मरुभूमियों में नदियां बहा देते हैं वे |
गर्भ में जलराशि की बेड़ा चला देते हैं वे,
जंगलों में भी महामंगल रचा देते हैं वे |
भेद- नभ- तल का उन्होंने बहुत बतला दिया है,
उन्होंने ही निकाली तार की सारी क्रिया ||
सब तरह से आज जितने देश हैं फूले-फले,
बुद्धि, विद्या, धन, वैभव की है जहां डेरे डले |
वे बनाने से उन्हीं के बन गए इतने भले,
वे सभी हैं हाथ से ऐसे सपूतों के पले |
लोग जब ऐसे, समय पाकर जनम लेंगे कभी ,
देश की औ, जाति की होगी भलाई भी तभी ||
काव्यांश में किनकी प्रशंसा की गई है?
Correct!
Wrong!
दिए गए वाक्यांश के लिए एक शब्द का प्रयोग कीजिए-
जो शत्रु की हत्या करता है |
Correct!
Wrong!
निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर उसके नीचे दिए गए बहुविकल्पी प्रश्नों में सही सही विकल्प का चयन करें |
पर्वतों को काटकर सड़कें बना देते हैं वे,
सैकड़ों मरुभूमियों में नदियां बहा देते हैं वे |
गर्भ में जलराशि की बेड़ा चला देते हैं वे,
जंगलों में भी महामंगल रचा देते हैं वे |
भेद- नभ- तल का उन्होंने बहुत बतला दिया है,
उन्होंने ही निकाली तार की सारी क्रिया ||
सब तरह से आज जितने देश हैं फूले-फले,
बुद्धि, विद्या, धन, वैभव की है जहां डेरे डले |
वे बनाने से उन्हीं के बन गए इतने भले,
वे सभी हैं हाथ से ऐसे सपूतों के पले |
लोग जब ऐसे, समय पाकर जनम लेंगे कभी ,
देश की औ, जाति की होगी भलाई भी तभी ||
कवि के मन में संपन्न देशों की सफलता का कारण है?
Correct!
Wrong!
” अलबत्ता” शब्द में कौन-सा उपसर्ग है?
Correct!
Wrong!
" बिच्छू" का तत्सम शब्द पहचानिए-
Correct!
Wrong!
निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़ कर उसके नीचे दिए गए बहुविकल्पीय प्रश्नों में सही विकल्प का चयन करें |
अनुशासन बाह्य नहीं, भीतरी नियंत्रण है |
वह भीतर से बांधता है भीतर से बांधना धर्म से संभव है |
धर्म मनुष्य को नैतिकता की ओर ले जाता है |
वह व्यक्तिगत और सामाजिक व्यवहार के कुछ ऐसी मापदंड प्रस्तुत करता है जो हमें उच्च संस्कार दे सके |
“स्व” को “पर” से पीछे रखने पर ही ये उच्च संस्कार सध सकते हैं |
के लिए आत्मतोषी और अपरग्रही होना आवश्यक है |
आधुनिक अध्ययन हमें आत्मबल नहीं देती है |
वह सूचना मात्र ही देती है | साहित्य और कला को हमने शिल्प तक सीमित कर दिया है |
हमारा अध्ययन वैज्ञानिक हो गया है | वैज्ञानिकता का अर्थ है विश्लेषणात्मक अध्ययन |
इस चिरा- फाड़ी में ना साहित्य हाथ में पड़ता है, ना कला ना धर्म| हम परिधि पर ही चक्कर लगाते रहते हैं |
कि आज का शिक्षित मनुष्य भीतर से अशिक्षित है |
उसके भीतर एक बड़ा शून्य है जो उसे बराबर कुरेदता रहता है और उसके अहं को उकसाता रहता है |
आधुनिक शिक्षित मनुष्य में ‘अहं’ की उद्दीप्त का मुख्य कारण है उसका-
Correct!
Wrong!
" चोर" का विपरीतार्थक शब्द है-
Correct!
Wrong!
“दुर” उपसर्ग किस शब्द समूह में है?
Correct!
Wrong!
निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़ कर उसके नीचे दिए गए बहुविकल्पीय प्रश्नों में सही विकल्प का चयन करें |
अनुशासन बाह्य नहीं, भीतरी नियंत्रण है |
वह भीतर से बांधता है भीतर से बांधना धर्म से संभव है |
धर्म मनुष्य को नैतिकता की ओर ले जाता है |
वह व्यक्तिगत और सामाजिक व्यवहार के कुछ ऐसी मापदंड प्रस्तुत करता है जो हमें उच्च संस्कार दे सके |
“स्व” को “पर” से पीछे रखने पर ही ये उच्च संस्कार सध सकते हैं |
के लिए आत्मतोषी और अपरग्रही होना आवश्यक है |
आधुनिक अध्ययन हमें आत्मबल नहीं देती है |
वह सूचना मात्र ही देती है | साहित्य और कला को हमने शिल्प तक सीमित कर दिया है |
हमारा अध्ययन वैज्ञानिक हो गया है | वैज्ञानिकता का अर्थ है विश्लेषणात्मक अध्ययन |
इस चिरा- फाड़ी में ना साहित्य हाथ में पड़ता है, ना कला ना धर्म| हम परिधि पर ही चक्कर लगाते रहते हैं |
कि आज का शिक्षित मनुष्य भीतर से अशिक्षित है |
उसके भीतर एक बड़ा शून्य है जो उसे बराबर कुरेदता रहता है और उसके अहं को उकसाता रहता है |
उच्च संस्कारों को साधने के लिए आवश्यक है कि मनुष्य-
Correct!
Wrong!
तद्भव- तत्सम युग्म में कोई युग्म गलत है,गलत युग्म का चयन कीजिए?
Correct!
Wrong!
निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़ कर उसके नीचे दिए गए बहुविकल्पीय प्रश्नों में सही विकल्प का चयन करें |
अनुशासन बाह्य नहीं, भीतरी नियंत्रण है |
वह भीतर से बांधता है भीतर से बांधना धर्म से संभव है |
धर्म मनुष्य को नैतिकता की ओर ले जाता है |
वह व्यक्तिगत और सामाजिक व्यवहार के कुछ ऐसी मापदंड प्रस्तुत करता है जो हमें उच्च संस्कार दे सके |
“स्व” को “पर” से पीछे रखने पर ही ये उच्च संस्कार सध सकते हैं |
के लिए आत्मतोषी और अपरग्रही होना आवश्यक है |
आधुनिक अध्ययन हमें आत्मबल नहीं देती है |
वह सूचना मात्र ही देती है | साहित्य और कला को हमने शिल्प तक सीमित कर दिया है |
हमारा अध्ययन वैज्ञानिक हो गया है | वैज्ञानिकता का अर्थ है विश्लेषणात्मक अध्ययन |
इस चिरा- फाड़ी में ना साहित्य हाथ में पड़ता है, ना कला ना धर्म| हम परिधि पर ही चक्कर लगाते रहते हैं |
कि आज का शिक्षित मनुष्य भीतर से अशिक्षित है |
उसके भीतर एक बड़ा शून्य है जो उसे बराबर कुरेदता रहता है और उसके अहं को उकसाता रहता है |
समाज में धर्म द्वारा अनुशासन इसलिए संभव है क्योंकि वह
Correct!
Wrong!
निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर उसके नीचे दिए गए बहुविकल्पी प्रश्नों में सही सही विकल्प का चयन करें |
पर्वतों को काटकर सड़कें बना देते हैं वे,
सैकड़ों मरुभूमियों में नदियां बहा देते हैं वे |
गर्भ में जलराशि की बेड़ा चला देते हैं वे,
जंगलों में भी महामंगल रचा देते हैं वे |
भेद- नभ- तल का उन्होंने बहुत बतला दिया है,
उन्होंने ही निकाली तार की सारी क्रिया ||
सब तरह से आज जितने देश हैं फूले-फले,
बुद्धि, विद्या, धन, वैभव की है जहां डेरे डले |
वे बनाने से उन्हीं के बन गए इतने भले,
वे सभी हैं हाथ से ऐसे सपूतों के पले |
लोग जब ऐसे, समय पाकर जनम लेंगे कभी ,
देश की औ, जाति की होगी भलाई भी तभी ||
देश और जाति का हित तभी होगा, जब वहां-
Correct!
Wrong!
सामान्य हिन्दी-1
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