भारतीय मूल की गीता सभरवाल थाईलैंड में यूएन की ‘रेजिडेंट कॉर्डिनेटर’ नियुक्त

भारत की गीता सभ्रवाल थाईलैंड में ...

संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ने 29 जनवरी 2020 को भारतीय मूल की गीता सभरवाल को थाईलोंड में अपना ‘रेजीडेंट कॉर्डिनेटर’ नियुक्त किया है. संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एनटोनियो गुटेरस ने भारत की गीता सभरवाल को थाईलैंड में संयुक्त राष्ट्र का ‘रेजिडेंट कॉर्डिनेटर’ नियुक्त किया है. उनकी नियुक्ति मेजबान देश की मंजूरी के साथ की गई है.

संयुक्त राष्ट्र का ‘रेजिडेंट कॉर्डिनेटर’ किसी भी देश में उसके मिशन का प्रमुख दूत होता है. वे 2030 का एजेंडा लागू करने में देशों को दिए जाने वाले संयुक्त राष्ट्र के समर्थन का समन्वय करने के साथ-साथ ‘यूएन कंट्री टीम’ का नेतृत्व करता है. रेजीडेंट कॉर्डिनेटर संयुक्त राष्ट्र महासचिव के नामित प्रतिनिधि होता है. यह  प्रतिनिधि सीधे यूएन प्रमुख को रिपोर्ट करता है.

गीता सभरवाल के बारे में
 
  • गीता सभरवाल ने ब्रिटेन के यूनिवर्सिटी ऑफ वेल्स से डेवलपमेंट मैनेजमेंट में मास्टर डिग्री हासिल की हैं. उन्होंने दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया पर कई पॉलिसी पेपर भी लिख चुकी हैं.
  • वे थाईलैंड में नियुक्त होने से पहले सात साल तक श्रीलंका में यूएन की ओर से शांति-स्थापना और विकास सलाहकार रहीं थी.
  • वे संयुक्त राष्ट्र में शामिल होने से पहले, मालदीव और श्रीलंका के लिए एशिया फाउंडेशन को रिप्रेजेंट करने वाले देशों की प्रतिनिधि थी. एशिया फाउंडेशन एक गैर-लाभकारी अंतर्राष्ट्रीय विकास संगठन है जो पूरे एशिया में लोगों के जीवन को बेहतर बनाने हेतु प्रतिबद्ध है.
  • इसके अतिरिक्त वे भारत और वियतनाम में अंतराष्ट्रीय विकास हेतु यूके विभाग में गरीबी और नीति सला///हकार के रूप में भी कार्य कर चुकी हैं.
  • उन्होंने मालदीव समेत पांच एशियाई देशों में विकास, शांति, प्रशासन और सामाजिक नीति में 25 साल तक अपनी सेवा दी है.

संयुक्त राष्ट्र के बारे में

संयुक्त राष्ट्र एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है. इस संगठन मुख्य उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय कानून को सुविधाजनक बनाने के सहयोग, अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा, आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति, मानव अधिकार और विश्व शांति हेतु कार्यरत है. संयुक्त राष्ट्र की स्थापना 24 अक्टूबर 1945 को संयुक्त राष्ट्र अधिकारपत्र पर 50 देशों के हस्ताक्षर होने के साथ हुई. द्वितीय विश्वयुद्ध के विजेता देशों ने मिलकर संयुक्त राष्ट्र को अंतरराष्ट्रीय संघर्ष में हस्तक्षेप करने के उद्देश्य से स्थापित किया था