उत्तर प्रदेश (यूपी) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 25 अक्टूबर 2019 को सभी जिलों के लिए ‘कन्या सुमंगला योजना’ की शुरुआत कर दी है. उन्होंने धनतेरस के अवसर पर बालिकाओं को लिए 1200 करोड़ रुपये की इस योजना की शुरूआत की.
मुख्यमंत्री ने महिला कल्याण विभाग की ओर से लोकभवन में आयोजित एक समारोह में योजना व पोर्टल को लॉन्च किया. कुछ लाभार्थियों के खाते में ऑनलाइन प्रोत्साहन राशि भी भेजी गई तथा सीएम लाभार्थियों को पंजीकरण प्रमाण पत्र भी सौंपेंगे.
योजना का उद्देश्य
- इस योजना का उद्देश्य कन्या भ्रूण हत्या जैसी कुप्रथा को समाप्त करने और परिवार नियोजन को बढ़ावा देने हेतु किया गया है.
- इससे प्रत्येक जिले की करीब 500 बालिकाओं को इसका लाभ मिलेगा.
- इसके साथ ही प्रत्येक परिवार से अधिकतम दो बेटियों को इस योजना का लाभ मिल सकता है.
- इस योजना के अंतर्गत बेटी के पैदा होने से लेकर उसकी पढ़ाई, उच्च शिक्षा तक आर्थिक मदद दी जायेगी.
- यह योजना एक तरह से बेटियों के लिए सुरक्षा कवच के रूप में काम करेगी.
योजना का लाभ
- योजना में लाभार्थियों को बेटी के जन्म लेने से लेकर उसके स्नातक पास होने तक सरकार प्रोत्साहन स्वरूप छह चरणों में कुल पंद्रह हजार रुपये की राशि प्रदान करेगी.
- योगी सरकार ने वित्त वर्ष 2019-20 के बजट में ‘कन्या सुमंगला योजना’ के तहत 1200 करोड़ रुपये का प्रावधान किया था.
- इस योजना के तहत तीन लाख से कम वार्षिक आय वाले परिवारों को बेटियों के पैदा होने और उनकी शिक्षा के लिए सरकार की ओर से पैसा दिया जायेगा.
- राज्य में बेटियों के जन्म को प्रोत्साहित करने हेतु यह एक अति अहम योजना है.
कब और कितनी मिलेगी धनराशि
क्रमांक | कब मिलेगी धनराशि | कितनी मिलेगी धनराशि |
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1 | बालिका के जन्म के समय | 2000 रुपये |
2 | बालिका के एक वर्ष तक पूर्ण टीकाकरण के बाद | 1000 रुपये |
3 | कक्षा एक में दाखिले के बाद | 2000 रुपये |
4 | कक्षा छह में प्रवेश के बाद | 2000 रुपये |
5 | कक्षा नौ में दाखिले के बाद | 3000 रुपये |
6 | इंटर करने के बाद स्नातक या फिर दो वर्षीय या अधिक अवधि के डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश | 5000 रुपये |
कुल | 15000 रुपये |