संस्कृति एवं पर्यटन मंत्रालय द्वारा 14 अप्रैल 2020 को “देखोअपनादेश” श्रृंख्ला के तहत वेबिनार कार्यक्रम की शुरूआत की गई है. इस कार्यक्रम के जरिए लोगों की रूचि जहां पर्यटन के क्षेत्र की ओर बनी भी रहेगी और उन्हें घर बैठे ही भारत की सांस्कृतिक विरासत के दर्शन व उसकी जानकारी भी उपलब्ध हो जाएगी. इससे हमारे अतुल्य भारत की संस्कृति और विरासत की गहरी और विस्तृत जानकारी प्रदान की जा सकेगी.
मानव जीवन पर कोविड-19 का प्रभाव केवल भारत में ही नहीं बल्कि वैश्विक स्तर पर भी बहुत ज्यादा पड़ा है. इसके कारण पर्यटन, एक क्षेत्र के रूप में, स्वाभाविक रूप से बहुत ज्यादा प्रभावित हुआ है क्योंकि घरेलू स्तर पर या सीमा पार से कोई आवागमन नहीं हो पा रहा है. लेकिन प्रौद्योगिकी के कारण, स्थानों और गंतव्यों तक आभासी रूप से पहुंचना और बाद के दिनों के लिए अपनी यात्रा की योजना बनाना संभव है.
कार्यक्रम के लिए पंजीकरण
पर्यटन मंत्रालय ने उल्लेख किया कि लगभग 5546 लोगों ने इस कार्यक्रम के लिए पंजीकरण कराया. इस वेबिनार को जल्द ही सार्वजनिक डोमेन के लिए उपलब्ध कराया जाएगा. यह इंस्टाग्राम और फेसबुक के माध्यम से मंत्रालय के सोशल मीडिया हैंडल- अतुल्य भारत पर उपलब्ध होगा.
वेबिनार श्रृंखला के शुभारंभ के पीछे का उद्देश्य भारत के विविध और उल्लेखनीय इतिहास को प्रदर्शित करना है. यह सांस्कृतिक विरासत का जश्न मनाएगा जिसमें व्यंजनों, नृत्य रूपों, स्मारकों, कला, त्योहार, परिदृश्य और भारतीय सभ्यता के अन्य पहलू शामिल हैं.
“देखोअपनादेश” वेबिनार श्रृंखला को अच्छी प्रतिक्रिया
- लॉकडाउन के दौरान, पर्यटन मंत्रालय की “देखोअपनादेश” वेबिनार श्रृंखला को अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है.
- यह वेबिनार श्रृंखला कई स्थलों और हमारे अतुल्य भारत की संस्कृति और विरासत की बहुत गहराई के साथ और विस्तृत जानकारी प्रदान करती है.
- इस सत्र का मूल, पर्यटन जागरूकता और सामाजिक इतिहास पर आधारित है.
- वेब कॉन्फ्रेंसिंग शब्द का उपयोग विभिन्न ऑनलाइन सेवाओं के लिए किया जाता है.
- वेबिनार को वेब-आधारित संगोष्ठी भी कहा जाता है. यह एक प्रस्तुति, कार्यशाला, व्याख्यान आदि है, जिसे हम बड़ी संख्या में प्रतिभागियों को वितरित कर सकते हैं.
- अधिकांश वेबिनार सेवाएं लाइव स्ट्रीमिंग विकल्प प्रदान करती हैं.
- वेबिनार को रिकॉर्ड करना और उसे YouTube जैसे सोशल मीडिया नेटवर्क में अपलोड करना संभव है.