नासा ने WFIRST हबल टेलीस्कोप का नाम बदलकर खगोल विज्ञानी नैन्सी ग्रेस रोमन रखा

About Nancy Grace Roman - Roman Space Telescope/NASA

नासा ने अंतरिक्ष एजेंसी की पहली प्रमुख खगोल विज्ञानी नैन्सी ग्रेस रोमन के नाम पर अपनी अगली पीढ़ी के स्पेस टेलीस्कोप – वाइड-फील्ड इन्फ्रारेड सर्वे टेलीस्कोप (WFIRST) का नाम बदल दिया है. नैन्सी ग्रेस रोमन स्पेस टेलीस्कोप या रोमन स्पेस टेलीस्कोप वर्ष 2025 में लॉन्च किया जा सकता है. 

नासा की पहली प्रमुख खगोल विज्ञानी नैन्सी ग्रेस रोमन ने व्यापक ब्रह्मांड में खोज करने के लिए अंतरिक्ष दूरबीनों का मार्ग प्रशस्त किया था. उन्हें हबल स्पेस टेलीस्कोप की माता अर्थात जननी के तौर पर भी जाना  जाता है, जिसे 30 साल पहले लॉन्च किया गया था.

नासा के प्रशासक जिम ब्रिडेनस्टाइन ने कहा कि यह नैन्सी ग्रेस रोमन के नेतृत्व और दृष्टि के कारण ही संभव हो सका कि नासा एस्ट्रोफिजिक्स (खगोल भौतिकी) में अग्रणी बन गया और दुनिया की सबसे शक्तिशाली अंतरिक्ष दूरबीन हबल को लॉन्च किया. उन्होंने कहा कि वह WFIRST के लिए किसी अन्य बेहतर नाम के बारे में नहीं सोच सकते हैं, जोकि हबल और वेब स्पेस टेलीस्कोप का स्थान लेगा.
 

रोमन स्पेस टेलीस्कोप: उद्देश्य

रोमन स्पेस टेलीस्कोप से ऐसी उम्मीद की जाती है कि नासा द्वारा अंतरिक्ष की बेहतर समझ हासिल करने और लंबे समय से कायम खगोलीय रहस्यों जैसेकि – जैसेकि ब्रह्मांड के विस्तार के पीछे काम करने वाले बल को उजागर करने और हमारे सौर मंडल से परे के दूरस्थ ग्रहों की खोज को बढ़ावा देने में अंतरिक्ष एजेंसी की मदद करेगा. 

कौन थी नैन्सी ग्रेस रोमन?

  • नैन्सी ग्रेस रोमन का जन्म 16 मई, 1925 को नैशविले, टेनेसी में हुआ था. रोमन तब से खगोल विज्ञानी बनना चाहती थीं जब वे सातवीं कक्षा में थीं.
  • हालांकि, उन्हें ऐसी चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जो उनकी पीढ़ी की कई महिलाओं को वैज्ञानिक अनुसंधान में आगे बढ़ने में दिलचस्पी दिखाने पर झेलनी पड़ती थीं. विज्ञान की दिशा में आगे बढ़ने से हतोत्साहित होने के बावजूद, रोमन ने 1946 में खगोल विज्ञान में स्नातक की उपाधि प्राप्त की और 1949 में शिकागो विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की.
  • रोमन ने जल्दी ही अमेरिकी नौसेना अनुसंधान प्रयोगशाला में एक पद ग्रहण किया और रेडियो तरंगों के माध्यम से ब्रह्मांडीय प्रश्नों पर शोध करने के लिए अथक प्रयास किया.
  • एजेंसी की स्थापना के छह महीने बाद 1959 में रोमन नासा में शामिल हो गईं. उन्होंने नासा के अंतरिक्ष विज्ञान कार्यालय में खगोल विज्ञान और सापेक्षता के प्रमुख के रूप में कार्य किया. वे खगोल विज्ञान से संबंधित कार्यक्रमों और अनुदान के प्रबंधन के लिए जिम्मेदार थीं.
  • अपनी तेज पेशेवर प्रगति के बावजूद, रोमन ने लैंगिक असमानता का सामना किया, क्योंकि यह उन महिलाओं के लिए एक कठिन युग था जो वैज्ञानिक अनुसंधान में आगे बढ़ना चाहती थीं.
  • उन्होंने ब्रह्मांड के रहस्यों की जांच करने के लिए नए तरीके स्थापित करने के लिए अपनी दृष्टिकोण के मुताबिक खोज जारी रखी.
  • रोमन के नेतृत्व में नासा ने वर्ष 1966 और वर्ष 1972 के बीच चार ऑर्बिटिंग एस्ट्रोनॉमिकल ऑब्ज़र्वेटरीज़ लॉन्च कीं. चार में से केवल दो ही सफल रहे और उन्होंने अंतरिक्ष-आधारित एस्ट्रोफिजिक्स  के महत्त्व का खुलासा किया और हबल के लिए पूर्ववर्ती के तौर पर काम करने का प्रतिनिधित्व किया.
  • हबल स्पेस टेलीस्कोप को एक वास्तविकता बनाने का श्रेय नैन्सी ग्रेस रोमन को जाता है. टेलीस्कोप, जिसे गहन जांच के बाद लॉन्च किया गया था, अब तक की सबसे क्रांतिकारी अंतरिक्ष दूरबीनों में से एक बन गया.
  • रोमन को टेलिस्कोप की माता कहा गया है, क्योंकि उन्होंने नए उपकरणों के पक्ष में अथक रूप से अपनी बात रखी जिससे वैज्ञानिकों को अंतरिक्ष से व्यापक ब्रह्मांड का अध्ययन करने की सुविधा मिली.
  • वर्ष 2018 में रोमन का निधन हो गया और उन्होंने एक जबरदस्त वैज्ञानिक विरासत अपने पीछे छोड़ी. वर्तमान में हबल स्पेस टेलीस्कोप दुनिया का सबसे शक्तिशाली और उत्पादक स्पेस टेलीस्कोप है.