नोबेल पुरस्कार समिति ने 11 अक्टूबर 2019 को नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा कर दी है. साल 2019 का नोबेल शांति पुरस्कार इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमद अली को दिया जायेगा.
इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमद अली को यह पुरस्कार उनके देश के शत्रु इरिट्रिया के साथ संघर्ष को सुलझाने और शांति वयवस्था स्थापित हेतु दिया गया है. वे पड़ोसी देश इरिट्रिया के साथ दो दशक से भी अधिक समय से चले आ रहे संघर्ष को ख़त्म कर दिया है.
शांति के नोबेल पुरस्कार से संबंधित मुख्य तथ्य
- पाकिस्तान की मलाला युसुफजई शांति का नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाली सबसे कम उम्र की विजेता हैं. वे 17 साल की उम्र में यह पुरस्कार प्राप्त की थी. उन्हें यह पुरस्कार साल 2014 में प्रदान किया गया था.
- ब्रिटेन के जोसेफ रोटब्लाट शांति का नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाले सबसे उम्रदराज विजेता हैं. वे 87 साल के उम्र में यह पुरस्कार प्राप्त किये थे. उन्हें यह पुरस्कार साल 1995 में दिया गया था.
- शांति का नोबेल अबतक केवल दो भारतीयों को मिला है. साल 1979 में मदर टेरेसा को और साल 2014 में कैलाश सत्यार्थी को दिया गया था.
- यह पुरस्कार साल 2018 के लिए कांगो के डेनिस मुकाबे तथा इराक की नादिया मुराद को संयुक्त रुप से दिया गया था.
प्रधानमंत्री अबी अहमद: अबी अहमद साल 2018 में इथियोपिया के प्रधानमंत्री बने थे. अबी अहमद ने प्रधानमंत्री बनने के बाद इथियोपिया में बड़े पैमाने पर उदारीकरण की शुरुआत की. उन्होंने हज़ारों विपक्षी कार्यकर्ताओं को जेल से रिहा कराया तथा निर्वासित असंतुष्टों को देश में वापस लौटने की इजाज़त दी.
प्रधानमंत्री अहमद अली ने देश में बड़े पैमाने पर आर्थिक एवं राजनीतिक सुधार किये. प्रधानमंत्री अहमद अली ने इरिट्रिया के राष्ट्रपति इसाइआस अफवेरकी के साथ शांति समझौते हेतु गंभीरता से प्रयास किया. प्रधानमंत्री ने दोनों देशों के बीच चले आ रहे विवाद को खत्म किया.
नोबेल शांति पुरस्कार के बारे में
नोबेल फाउंडेशन द्वारा नोबेल शांति पुरस्कार प्रदान किया जाता है. यह पुरस्कार विश्व स्तर पर शांति के लिए किए गए प्रयासों हेतु दिया जाता है. यह स्वीडन के उद्योगपति और आविष्कारक अल्फ्रेड नोबेल की इच्छा से स्थापित पांच नोबेल पुरस्कारों में से एक पुरस्कार है.