नोबल पुरस्कार 2019: फिजिक्स के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार का घोषणा, इन तीन वैज्ञानिकों को मिला अवॉर्ड

2019 Physics Nobel awarded to 3 scientists for discoveries in ...

नोबेल पुरस्कार समिति द्वारा हाल ही में फिजिक्स के नोबेल पुरस्कारों की घोषणा की गई है. इस बार फिजिक्स का नोबेल तीन लोगों को दिया गया है.

यह सम्मान जेम्स पीबल्स को ब्रह्माण्ड विज्ञान पर नए सिद्धांत रखने हेतु जबकि मिशेल मेयर और डिडिएर क्वेलोज को सौरमंडल से परे एक और ग्रह खोजने के लिए दिया गया है.

नोबेल पुरस्कार समिति द्वारा दी जाने वाली राशि का आधा हिस्सा जेम्स को मिलेगा, जबकि दूसरे हिस्से को मिशेल मेयर तथा डिडिएर क्वेलोज के बीच आधा-आधा बांट दिया जायेगा.

तीन वैज्ञानिकों को मिला यह अवॉर्ड

जेम्स पीबल्स: जेम्स पीबल्स का जन्म साल 1935 में कनाडा के विनिपेग में हुआ था. वे कनाडाई मूल के अमेरिकी नागरिक हैं. वे अमेरिका के प्रिंसटन विश्वविद्यालय में विज्ञान के प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं. उन्होंने बिग बैंग, डार्क मैटर तथा डार्क एनर्जी पर काम किया है. इस काम को आधुनिक ब्रह्मांड विज्ञान का आधार माना जाता है.

मिशेल मेयर: मिशेल मेयर का जन्म साल 1942 में स्विट्ज़रलैंड में हुआ था. मिशेल मेयर ने 51 पेगासी बी ग्रह की खोज की थी. मिशेल मेयर जिनेवा विश्वविद्यालय में कार्यरत हैं.

 

डिडिएर क्वेलोज: डिडिएर क्वेलोज का जन्म साल 1966 में हुआ था. डिडिएर क्वेलोज ने भी 51 पेगासी बी ग्रह की खोज की थी. यह गैस से बना विशाल ग्रह पृथ्वी से पचास वर्ष दूर एक तारे की परिक्रमा कर रहा है. डिडिएर क्वेलोज भी जिनेवा विश्वविद्यालय में कार्यरत हैं.

साल 2018 में भौतिकी के लिए नोबेल पुरस्कार

गौरतलब है कि साल 2018 में भौतिकी के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार अमेरिका के अर्थर अश्किन, फ्रांस के गेरार्ड मोरोऊ तथा अमेरिका की डोना स्ट्रिकलैंड को दिया गया था.

 

यह सम्मान 10 दिसंबर को प्रदान किया जायेगा

यह सम्मान तीनों वैज्ञानिकों को स्टाकहोम में 10 दिसंबर 2019 को प्रदान किया जायेगा. इस पुरस्कार की शुरूआत 10 दिसंबर को हुआ था. इस पुरस्कार की शुरुआत करने वाले वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबल की पुण्यतिथि है. वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबल का निधन साल 1896 में हुआ था.

इस पुरस्कार के अंतर्गत एक स्वर्ण पदक, एक डिप्लोमा तथा करीब 90 लाख स्वीडिश क्रोनर (नौ लाख 14 हजार अमेरिकी डॉलर) दिया जायेगा. विज्ञान, साहित्य के क्षेत्र में महान अविष्कार करने वाले वैज्ञानिकों को प्रत्येक साल नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है.