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पीवी सिंधु ने रचा इतिहास, वर्ल्ड चैंपियनशिप जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनीं

भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पी.वी. सिंधु ने बीडब्ल्यूएफ बैडमिंटन वर्ल्ड चैम्पियनशिप-2019 के फाइनल मुकाबले में जापान की नोजोमी ओकुहारा को मात देकर इतिहास रच दिया है. पीवी सिंधु ने बैडमिंटन वर्ल्ड चैम्पियनशिप 2019 के फाइनल में जीत दर्ज करते हुए स्वर्ण पदक भी जीता है. वे ऐसा करने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बन गई हैं.

पी.वी. सिंधु ने जापान की खिलाड़ी नोजोमी ओकुहारा को हराकर बैडमिंटन वर्ल्ड चैम्पियनशिप का ख़िताब जीता है. उन्होंने ओकुहारा को सीधे सेटों में 21-7, 21-7 से पराजित किया. यह मुकाबला 38 मिनट तक चला. इस जीत के साथ ही सिंधु ने ओकुहारा से खिलाफ अपना करियर रिकॉर्ड 9-7 का कर लिया है.

पी.वी. सिंधु द्वारा जीत दर्ज करने के कुछ ही समय बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनको ट्वीट करके बधाई दी. प्रधनामंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “अति प्रतिभावान पीवी सिंधु ने एक बार फिर भारत को गौरवान्वित किया है. बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने के लिए मेरी तरफ से उनको बधाई. जिस जुनून और लगन के साथ वह बैडमिंटन खेल रही हैं वह प्रेरणादायक है. पीवी सिंधु की यह सफलता आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा प्रदान करेगा.”

प्रधानमंत्री मोदी के अतिरिक्त केंद्रीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने भी पी.वी. सिंधु के स्वर्ण पदक जीतने पर उन्हें बधाई देते हुए लिखा, “बीडब्ल्यूएफ बैडमिंटन विश्व चैम्पियनशिप में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय बनकर पीवी सिंधु ने इतिहास रच दिया है. भारत को पीवी सिंधु पर गर्व है. मेरी ओर से उन्हें ढेर सारी बधाई.”

  • पी वी सिंधु ने इस टूर्नामेंट में 2013 में पहली बार भाग लिया था और उसके बाद से अब तक वह इसमें 21 मैच जीत चुकी हैं.
  • सिंधु इस टूर्नामेंट में पांच पदक जीत चुकी हैं. इनमें एक स्वर्ण, दो रजत और दो कांस्य पदक शामिल हैं.
  • पी.वी. ने उस समय अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सनसनी मचा दी थी जब उन्हें महज 17 वर्ष की आयु में 2012 में टॉप-20 खिलाडियों में शामिल किया गया.
  • उन्हें वर्ष 2015 में पद्मश्री से भी सम्मानित किया जा चुका है.
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