ब्रह्मकुमारी संस्थान की प्रमुख राजयोगिनी दादी जानकी का निधन

Chief of Brahma Kumaris Dadi Janki passes away at 104- The New ...

आध्यात्मिक संस्थान ब्रह्मकुमारी की प्रमुख राजयोगिनी दादी जानकी का लंबी बीमारी के बाद हाल ही में निधन हो गया है. वे 104 साल की थीं. संस्थान की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, दादी जानकी का निधन माउंट आबू के एक अस्पताल में गुरुवार (26 मार्च 2020) को देर रात दो बजे हुआ. वे पिछले दो महीने से सांस और पेट संबंधी बीमारियों से पीड़ित थीं.

प्रधानमंत्री मोदी ने उनके निधन पर शोक जताते हुए ट्वीट कर कहा कि ब्रह्मकुमारी प्रमुख राजयोगिनी दादी जानकी ने परिश्रम के साथ समाज की सेवा की. वे दूसरों के जीवन में सकारात्मक अंतर लाने में सबसे आगे रही. महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में उनके प्रयास उल्लेखनीय थे.

दादी जानकी के बारे में
 
  • राजयोगिनी दादी जानकी का जन्म 01 जनवरी 1916 को हैदराबाद सिंध (जो अभी पाकिस्तन में है) में हुआ था. वे 21 साल की उम्र में ही इस संस्थान से जुड़ गई थी.
  • वे साल 1970 में भारतीय संस्कृति, मानवीय मूल्यों और राजयोग का संदेश देने के लिए पश्चिमी देशों का रुख किया था. उन्होंने विश्व के 140 देशों में ब्रह्माकुमारी केंद्रों की स्थापना की.
  • वे ब्रह्माकुमारीज संस्थान की पूर्व मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी प्रकाशमणि के देहावसान के बाद साल 27 अगस्त 2007 को संस्थान की मुख्य प्रशासिका बनी थीं. उनके सान्निध्य में लगभग 46 हजार महिलाएं इस संस्थान से जुड कर काम कर रही.
  • दादी जानकी ने मात्र चौथी कक्षा तक ही पढ़ाई की थी. वे इस संस्था के साथ साल 1937 में जुड़ी थीं. इस दौरान उन्होंने लाखों लोगों के अंदर आध्यात्मिक चिंतन की इच्छा और मानव संस्कार के बीज बोए
  • वे रोजाना करीब दस घंटे सेवा करती थी. वे जीवन पर्यंत दुनिया भर में यात्रा कर महिलाओं, बच्चों के विकास और सुरक्षा के साथ आध्यात्मिक सशक्तिकरण के लिए प्रयासरत रहीं.

स्वच्छ भारत मिशन ब्रांड एम्बेसडर

  • राजयोगिनी दादी जानकी स्वच्छता के संदर्भ में हमेशा से सक्रिय रही हैं.
  • वे विश्वभर में दादी के नाम से मशहूर थीं. दादी जानकी स्वच्छ भारत मिशन की ब्रांड एम्बेसडर भी थी.
  • दादी जानकी दुनिया की एकमात्र महिला थीं, जिन्हें मोस्ट स्टेबल माइंड इन वर्ल्ड का खिताब मिला था.