फिनलैंड की सोशल डेमोक्रेट पार्टी ने 08 दिसंबर 2019 को प्रधानमंत्री पद के लिए सना मरीन को चुना है. वे 34 साल की हैं. वर्तमान में वे विश्व के किसी भी देश की सबसे कम उम्र की प्रधानमंत्री होंगी. फिलहाल वे फिनलैंड की ट्रांसपोर्ट मंत्री हैं. वे फिनलैंड की सरकार का नेतृत्व करने वालीं तीसरी महिला नेता हैं.
फिनलैंड के प्रधानमंत्री एंटी रिने के इस्तीफे के बाद उनकी पार्टी सोशल डेमोक्रेटिक ने उन्हें इस पद के लिए चुना. पूर्व प्रधानमंत्री एंटी रिने ने 03 दिसंबर 2019 को डाक हड़ताल से निपटने के मामले में गठबंधन सहयोगी पार्टी का विश्वास खोने के बाद पद से इस्तीफा दे दिया था. एंटी रिने के नेतृत्व में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ने अप्रैल 2019 में मामूली अंतर से जीत हासिल की थी.
34 वर्षीय सना मारिन विश्व की सबसे युवा प्रधानमंत्री बन गईं हैं. यह खिताब इसके पहले यूक्रेन के प्रधानमंत्री ओलेक्सी होन्चेरुक के नाम था. यूक्रेन के प्रधानमंत्री ओलेक्सी होन्चेरुक की उम्र 35 साल है. वे उस समय विश्व के सबसे युवा प्रधानमंत्री थे, लेकिन सना मारिन ने 34 वर्ष में यह पद धारण कर सबसे युवा प्रधानमंत्री का खिताब अपने नाम कर लिया है.
फिनलैंड के बारे में फिनलैंड उत्तरी यूरोप का एक देश है. इसकी राजधानी हेलसिंकी है. इसकी सीमा पश्चिम में स्वीडन, पूर्व में रूस तथा उत्तर में नार्वे स्थित है. इस देश की आबादी लगभग 53 लाख है. यह क्षेत्रफल के हिसाब से यूरोप का आठवां सबसे बड़ा जनधनत्व के आधार पर यूरोपीय संघ में सबसे कम आबादी वाला देश है. फिनलैंड साल 1955 में संयुक्त राष्ट्र संघ और साल 1995 में यूरोपीय संघ में शामिल हुआ. |
सना मारिन कौन हैं?
- सना मारिन का जन्म 16 नवंबर 1985 को फिनलैंड में हुआ था. वे साल 2015 में संसद सदस्य के रूप में निर्वाचित हुईं थी. वे पहली बार साल 2019 में सरकार में शामिल हुईं. वे जून 2019 में परिवहन और संचार मंत्री बनाई गई थीं.
- वे साल 2012 में प्रशासनिक विज्ञान में टैम्पियर विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री हासिल की. वे इसके बाद राजनीति में सक्रिय हुईं. वे 27 की उम्र में टैम्परे की नगर परिषद की प्रमुख चुनी गई थीं.
- वे साल 2013 से साल 2017 तक सिटी काउंसिल की चेयरपर्सन थीं. उन्हें साल 2017 में सिटी काउंसिल में फिर से चुना गया था. मरीन ने 27 साल की उम्र में ही राजनीति में कदम रख दिया था और वे उसी समय से तेजी से आगे बढ़ रही है.