सौराष्ट्र ने 70 वर्षों में पहली बार रणजी ट्रॉफी खिताब जीता

Ranji trophy: Vidarbha beat Saurashtra to clinch second Ranji ...

सौराष्ट्र की टीम ने 70 साल में पहली बार रणजी ट्रॉफी का खिताब जीता है. बंगाल के खिलाफ फाइनल मैच की पहली पारी में हासिल की गई लीड के आधार पर सौराष्ट्र को विजेता घोषित किया गया. सौराष्ट्र की टीम को पहले नवानगर और पश्चिमी भारत के रूप में जाना जाता था. इस टीम से इससे पहले 1936-37 और 1943-44 में ट्रॉफी जीती थी. वर्ष 1950 में इसका नाम बदलकर सौराष्ट्र कर दिया गया और इस घरेलू टूर्नामेंट में भाग लेना शुरू कर दिया.

पिछले सात वर्षों में, सौराष्ट्र टीम तीन बार उपविजेता रही है और यह सौराष्ट्र का चौथा फाइनल था. सौराष्ट्र ने बंगाल के खिलाफ पहली पारी की बढ़त के आधार पर चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया. बंगाल की टीम अंतिम बार वर्ष 1989-90 में यह ख़िताब जीती थी.

 

खाली स्टेडियम में मैच

कोरोना वायरस के खतरे के कारण रणजी ट्रॉफी का फाइनल मैच खाली स्टेडियम में कराया गया. सौराष्ट्र टीम के कप्तान जयदेव उनादकट ने टॉस जीतने के बाद बल्लेबाजी करने का फैसला किया. सौराष्ट्र ने 171.5 ओवर में सभी विकेट खोकर 425 रन बनाए. अर्पित वासवदा ने 106 रनों की पारी खेली, जबकि चेतेश्वर पुजारा ने 66 रन, अवि बरोथ और विश्वराज जडेजा ने 54-54 रन बनाए.

रणजी ट्रॉफी में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज

खिलाड़ी

विकेट

टीम

अशुतोष अमन

68

बिहार

जयदेव उनादकट

67

सौराष्ट्र

बिशन सिंह बेदी

64

दिल्ली

डोडा गणेश

62

कर्नाटक

कंवलजीत सिंह

62

हैदराबाद

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