केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू ने 30 जून 2020 को भारत की राष्ट्रीय डोपिंग एंटी एजेंसी (नाडा) की पहली मोबाइल ऐप लॉन्च की है. खेलों को डोपमुक्त बनाने की दिशा में यह महत्वपूर्ण कदम है. यह ऐप नाडा और खिलाड़ियों के बीच सेतु का काम करेगा. यह ऐप खेल के विभिन्न पहलुओं पर आसानी से सुलभ जानकारी प्रदान करता है.
यह ऐप खिलाड़ियों को प्रतिबंधित दवाओं और उनके इस्तेमाल से बचने की जानकारी देगा. इस ऐप से उन्हें खेलों के विभिन्न पहलुओं खासकर प्रतिबंधित दवाओं के बारे में विस्तार से जानकारी मिल सकेगी. केंद्रीय खेल मंत्री रिजिजू ने नाडा को उनकी पहल के लिए बधाई दी और कहा कि यह स्वच्छ खेल का अभ्यास करने की दिशा में एक ‘बहुत महत्वपूर्ण’ कदम है.
इस ऐप में नाडा द्वारा निषिद्ध पदार्थों और दवाओं के बारे में पूर्ण जानकारी है,जिससे एथलीटों को चोटिल होने पर सही दवाओं का सेवन करने में मदद मिलेगी. खिलाड़ियों के डोप टेस्ट को जल्दी आयोजित करने के लिए भी ऐप मददगार साबित होगी. इसके माध्यम से डोपिंग अधिकारी अपनी उपलब्धता के बारे में बता सकेंगे.
इस ऐप में सारे जानकारी दी जाएगी
कई बार ऐसा होता है कि खिलाड़ी जानते नही है कि कोई साधारण बीमारी के लिए गए दवाइयां भी बैन किये गए ड्रग्स के अंदर आता है और इस तरह से वे डोपिंग के दोषी पाए जाते है. इस ऐप में सारे जानकारी दी जाएगी और अंतरराष्ट्रीय खेल में डोपिंग को लेकर बदलते हुए सारे नियम भी अपडेट किए जाएंगे.
इस एप के माध्यम से खिलाड़ी अपने आप ही उन पदार्थ का पता लगा सकते हैं जिनका सेवन प्रतिबंधित है और इसके लिए उन्हें किसी पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं है.
खेल मंत्री किरण रिजिजू ने क्या कहा?
खेल मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि मैं नाडा को इस पहल के लिए धन्यवाद देता हूं. यह भारतीय खेल के लिए काफी अहम कदम है क्योंकि हम साफ-सुथरे खेल के लिए काम कर रहे हैं और इस पहल में सबसे पहला कदम लोगों को जागरूक करना है और खिलाड़ियों को जानकारी मुहैया कराना है ताकि उन्हें पता चले कि कौन सी दवाइयां उन्हें नहीं लेनी हैं.
खेल मंत्रालय की विज्ञप्ति के अनुसार खिलाड़ियों का डोप टेस्ट जल्दी और आसानी से कराने के लिए ऐप डोपिंग नियंत्रण अधिकारी को उनकी उपलब्धता रिकॉर्ड कराने की भी सुविधा देता है. यह ऐप गूगल स्टोर पर उपलब्ध है.