अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 27 अक्टूबर 2019 को औपचारिक घोषणा करते हुए कहा कि आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (IS) का सरगना अबू बकर अल-बगदादी मारा जा चुका है. ट्रम्प ने एक प्रेस कांफ्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि अमेरिकी सेना के स्पेशल कमांडोज़ ने सीरियाई प्रान्त इदलिब के सुदूर गाँव बारिशा में एक विशेष अभियान के तहत बगदादी को मार गिराया है.
डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने वक्तव्य में कहा कि जब बगदादी पूरी तरह से अमेरिकी सेना से घिर गया तो उसने स्वयं को आत्मघाती बम से उड़ा लिया. इस तरह वह भी उसी प्रकार से अमेरिकी सेना की कार्रवाई में मारा गया जैसे ओसामा बिन लादेन मारा गया था.
कैसे मारा गया बगदादी? |
डोनाल्ड ट्रम्प ने एक प्रेस कांफ्रेस को संबोधित करते हुए बताया कि बगदादी को 26-27 अक्टूबर की रात किये गये एक ऑपरेशन में मारा गया. इस कार्रवाई को ‘ऑपरेशन जैकपॉट’ का नाम दिया गया. अमेरिका के स्पेशल फोर्सेज़ ऑपरेशनल डिटैचमेंट-डेल्टा कमांडोज 8 लड़ाकू हेलिकॉप्टरों पर सवार होकर तुर्की और रूस के ऊपर से उड़ते हुए सीरिया पहुंचे. उत्तर-पश्चिमी सीरिया में हुए इस ऑपरेशन के दौरान बगदादी को जब अमेरिकी सेना ने चारों ओर से घरे लिया तो वह एक सुरंग में घुस गया और उसमें बेतहाशा भागने लगा. इस दौरान अमेरिकी सेना के कुत्ते उसे दौड़ा रहे थे. भागते-भागते बगदादी सुरंग के ऐसे दूसरे छोर पर पहुंच गया जो बंद था और उससे निकलने का रास्ता नहीं था. डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने भाषण में कहा कि बगदादी गिड़गिड़ा रहा था और खौफ में था. इस दौरान बगदादी ने अपने तीन बच्चों को भी साथ रखा था, अंत में जब बगदादी को कोई दूसरा रास्ता नज़र नहीं आया तो उसने स्वयं को आत्मघाती जैकेट से उड़ा लिया. बगदादी और उसके तीनों बच्चों के ऊपर कई टन मलबा गिरने से वह वहीँ मारा गया. |
बगदादी को खत्म करने का यह ऑपरेशन करीब दो घंटे तक चला. डोनाल्ड ट्रम्प ने बताया कि अमेरिकी फोर्सेज़ ने बगदादी के छिपे होने के स्थान पर हमला करने से पहले वहां से 11 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया था. धमाके के बाद अमेरिकी सेना ने बगदादी की बॉडी हासिल की और डीएनए किट से टेस्ट करके सुनिश्चित किया कि मारा गया व्यक्ति बगदादी ही है.
बगदादी कौन था?
अबू बकर अल-बगदादी ओसामा बिन लादेन से बेहद प्रभावित था तथा उसकी मौत का बदला लेने के लिए उसी के कदमों पर चलते हुए उसने इस्लामिक संगठन बनाया था. वह दरअसल वहाबी विचारधारा से प्रेरित था जिसके तहत वह विश्व में मध्यकाल के इस्लाम की पुनर्स्थापना करना चाहता था.