अंतरराष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन दिवस: 17 अक्टूबर
अंतरराष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन दिवस प्रत्येक साल 17 अक्टूबर को मनाया जाता है. इस दिवस का मनाने का उद्देश्य विश्व समुदाय में गरीबी दूर करने हेतु किये जा रहे प्रयासों के संबंध में जागरूकता बढ़ाना है. अंतरराष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन दिवस का प्रमुख उद्देश्य विकासशील देशों में निर्धनता को समाप्त करना है.
यह दिवस गरीबी में रहने वाले लोगों के साथ सक्रिय भागीदारी के माध्यम से लोगों को गरीबी से बाहर लाने के प्रयास पर जोर देता है. साथ ही, उनके लिए सम्मानजनक जीवन सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाता है.
अंतरराष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन दिवस 2019 का थीम “Acting together to empower children, their families and communities to end poverty” है.
संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्य में यह बताया गया है कि किसी एक विशेष कारण के चलते नहीं बल्कि भिन्न-भिन्न कारणों की वजह से लोगों को गरीबी में जीवन व्यापन करने हेतु मजबूर होना पड़ता है. केवल आय का साधन एवं आमदनी ही गरीबी का मुख्य कारण नहीं है बल्कि भोजन, घर, भूमि, स्वास्थ्य आदि भी गरीबी के निर्धारण में अहम भूमिका निभाते हैं.
भारत में गरीबी का कारण
- भारत में गरीबी का मुख्य कारण बढ़ती जनसंख्या, कमजोर कृषि, भ्रष्टाचार, रूढ़िवादी सोच, जातिवाद, अमीर गरीब में ऊंच-नीच, नौकरी की कमी, अशिक्षा, बीमारी इत्यादि है.
- भारत एक कृषि प्रधान देश है.
- इसकी एक बड़ी जनसंख्या कृषि पर निर्भर है.
- खराब कृषि और बेरोजगारी के कारण से लोगों को भोजन की कमी से जूझना पड़ता है.
- यही वजह है कि महंगाई ने भी पंख फैला रखे हैं. वहीं भारत में गरीबी का एक प्रमुख कारण बढ़ती जनसंख्या भी है.
अंतरराष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन दिवस के बारे में
- संयुक्त राष्ट्र द्वारा 22 दिसम्बर 1992 को हरेक साल 17 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय गरीबी उन्मूलन दिवस मनाये जाने की घोषणा की गयी.
- इस दिवस पर भिन्न-भिन्न राष्ट्रों द्वारा गरीबी उन्मूलन हेतु प्रयास, विकास एवं विभिन्न कार्यों और योजनाओं को जारी किया जाता है.
- यह दिवस पहली बार साल 1987 में फ्रांस में मनाया गया था.
- इस दिवस में लगभग एक लाख लोगों ने मानव अधिकारों हेतु प्रदर्शन किया था.
- यह आंदोलन एटीडी फोर्थ वर्ल्ड के संस्थापक जोसफ व्रेंसिकी द्वारा शुरू किया गया था.