प्रत्येक साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है. हरेक विश्व पर्यावरण दिवस पर पृथक आयोजक देश का चयन होता है जहां आधिकारिक समारोह का आयोजन किया जाता है. इस दिन पूरी दुनिया में लोगों को प्रकृति और प्राकृतिक संसाधनों को बचाने के लिए जागरूक किया जाता है.
विश्व में लगातार बढ़ रहे प्रदूषण और बढ़ रहे ग्लोबल वार्मिंग की चिंताओं के चलते विश्व पर्यावरण दिवस की शुरुआत की गई थी. इनमें प्रकृति के प्रति चिंता और उसके सरंक्षण की भावना भी निहित है. पहला विश्व पर्यावरण दिवस 05 जून 1974 को मनाया गया था.
विश्व पर्यावरण दिवस के थीम और उद्देश्य
प्रत्येक साल विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर एक विषय का चयन किया जाता है जिसके अनुरूप ही सभी देशों में कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. विश्व पर्यावरण दिवस 2020 का थीम- ‘जैव-विविधता’ (Celebrate Biodiversity) है. इस थीम के जरिए इस बार संदेश दिया जा रहा है कि जैव विविधता संरक्षण एवं प्राकृतिक संतुलन होना मानव जीवन के अस्तित्व के लिए बेहद आवश्यक है. जैव विविधता को बनाये रखने के लिए हमारे लिए यह महत्वपूर्ण है कि हम अपनी धरती के पर्यावरण को बनाये रखें.
विश्व पर्यावरण दिवस का इतिहास
संयुक्त राष्ट्र द्वारा साल 1972 में मानव पर्यावरण विषय पर संयुक्त राष्ट्र महासभा का आयोजन किया गया था. इसी चर्चा के दौरान विश्व पर्यावरण दिवस का सुझाव भी दिया गया और इसके दो साल बाद 05 जून 1974 से इसे मनाना भी शुरू कर दिया गया. साल 1987 में इसके केंद्र को बदलते रहने का सुझाव सामने आया और उसके बाद से ही इसके आयोजन के लिए अलग-अलग देशों को चुना जाता है. इसमें हरेक साल 143 से अधिक देश हिस्सा लेते हैं और इसमें कई सरकारी, सामाजिक और व्यावसायिक लोग पर्यावरण की सुरक्षा, समस्या आदि विषय पर बात करते हैं.
इस वैश्विक कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सामाजिक और राजनीतिक चेतना और वैश्विक सरकारों के माध्यम से पर्यावरण के प्रति जागरूकता और प्रकृति और पृथ्वी के संरक्षण को केंद्र में रखते हुए विश्व के देशों में राजनीतिक चेतना जागृत करना था. भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पहले पर्यावरण दिवस पर भारत की प्रकृति और पर्यावरण के प्रति चिंताओं को जाहिर किया था.
- हर साल, इस दिन, लोग आमतौर पर पौधे लगाने के लिए मैदान में जाते हैं और अन्य विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है.
- लेकिन इस साल, कोरोना वायरस महामारी के कारण विश्व पर्यावरण दिवस समारोह अलग होगा.
- ऐसे में लोग ऑनलाइन गतिविधियों के माध्यम से जागरूकता बढ़ा रहे हैं.
- इस पर्यावरण दिवस पर आप अपने घर में पौधे या आसपास पेड़ लगाएं.
- इससे आपके घर को पेड़ की छाया और ताज़ी हवा मिलेगी. ज्यादा पौधे लगाने से पर्यावरण में ऑक्सीजन की मात्रा सही बनी रहती है. साथ ही ज्यादा पेड़ पौधे से जीव जन्तु भी स्वस्थ रहते हैं और पर्यावरण को स्वस्थ रखने में सहयता मिलेगी.