World Food Day 2019: विश्व खाद्य दिवस क्यों मनाया जाता है?

World Food Day first celebrated in 1980, take this oath today ...

विश्व खाद्य दिवस 16 अक्टूबर को मनाया जाता है. इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य भुखमरी की चुनौतियों के बारे में जनता में जागरूकता प्रसारित करने के साथ-साथ लोगों को भूख के विरुद्ध संघर्षमय कार्रवाई करने हेतु प्रेरित करना हैं.

प्रत्येक साल अलग-अलग थीम के साथ मनाये जाने वाले इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विश्व में भुखमरी खत्म करना है. यह विश्व के करीब 150 देशों में निर्धनता और भूख के लिए जागरूकता बढ़ाने हेतु मनाया जाता है. अधिकतर किसानों को फसलों हेतु भंडारण, अच्छे बीजों की, परिवहन और अच्छी तरह क्रियाशील बाजार साथ ही वित्तपोषण की कमी से झूझना पड़ता हैं.

संयुक्त राष्ट्र का मानना है कि अगर प्रत्येक देश कृषि और भूख की कमी के क्षेत्र में एक-दूसरे का सहयोग करता है, तो विश्वभर के खाद्यान्नों की समस्या मिट जाएगी. भारत में, दुनिया के लगभग 23 प्रतिशत भूखे लोग रहते हैं. इस दिवस का विषय वर्ष 2019 के लिए “Our Actions Are Our Future. Healthy Diets for A #ZeroHunger World” है.

 

विश्व खाद्य दिवस के बारे में:

  • प्रत्येक साल 16 अक्टूबर को विश्व खाद्य दिवस के रूप में मनाया जाता है.
  • यह दिवस बहुत सारे संगठन जो खाद्य सुरक्षा हेतु प्रयासरत हैं जिनमें विश्व खाद्य कार्यक्रम, अंतरराष्ट्रीय कृषि विकास कोष आदि संगठनों द्वारा व्यापक रूप से मनाया जाता है.
  • संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) की स्थापना साल 1945 में की गयी थी.
  • विश्व खाद्य दिवस नवंबर 1945 में एफएओ के 20वें आम सम्मेलन में एफएओ के सदस्य देशों द्वारा स्थापित किया गया था.
  • हंगरी के प्रतिनिधिमंडल ने आम सम्मेलन के दौरान दुनिया भर में विश्व खाद्य दिवस मनाने के विचार का सुझाव दिया था. यह दिवस तब से 150 से अधिक देशों में प्रत्येक साल मनाया जा रहा है.
  • विश्व खाद्य दिवस सबसे पहले 16 अक्टूबर 1981 को आयोजित किया गया था.
 

खाद्य एवं कृषि संगठन के बारे में:

खाद्य एवं कृषि संगठन एक संयुक्त राष्ट्र की संस्था है. यह संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामजिक परिषद् के अधीन काम करती है. खाद्य एवं कृषि संगठन की स्थापना 16 अक्टूबर 1945 को की गयी थी. इस संगठन का मुख्यालय इटली के रोम में स्थित है. इसके वर्तमान में कुल 194 सदस्य हैं. यह संगठन कृषि, पर्यावरण, पोषक तत्व तथा खाद्य सुरक्षा के बारे में अहम जानकारी देता है.