World Maritime Day 2019: क्यों मनाया जाता है विश्व समुद्री दिवस

विश्व भर में 26 सितंबर 2019 को विश्व समुद्री दिवस मनाया गया. विश्व समुद्री दिवस प्रतिवर्ष सितंबर के अंतिम बृहस्पतिवार को मनाया जाता है. इस दिवस के द्वारा शिपिंग सुरक्षा के महत्व, समुद्री सुरक्षा तथा समुद्री वातावरण की सुरक्षा एवं समुद्री उद्योग पर जोर डाला जाता है.

यह दिवस नौकापरिवहन तथा विश्व समुदाय के बीच कड़ी को दर्शाता है तथा अंतरराष्ट्रीय समुद्रीय संगठन (आईएमओ) के महत्व पर भी प्रकाश डालता है. वर्तमान समय में नौका परिवहन तथा विश्व समुदाय के बीच अच्छे संबंध विकसित करने हेतु अंतरराष्ट्रीय समुद्रीय संगठन का सहयोग आवश्यक है.

समुद्रीय सेवा का महत्व: एक नजर में

समुद्री परिवहन वर्तमान समय में विश्व अर्थव्यवस्था को सहयोग प्रदान करता है. इससे बड़ी मात्रा में माल ढुलाई को सुगम और सुरक्षित तरीके से एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाया जा सकता है. प्रत्येक देश को शिपिंग द्वारा प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से उत्पादों की खरीद और बिक्री में लाभ प्राप्त होता है.

विश्व समुद्री दिवस

विश्व समुद्री दिवस साल 1958 में अंतरराष्ट्रीय समुद्री संगठन (आईएमओ) सम्मलेन के अनुकूलन की तिथि चिन्हित करता है. पहली बार इस दिवस को साल 1978 में मनाया गया था. संयुक्त राष्ट्र व्यापर एवं विकास सम्मेलन के मुताबिक दुनिया भर में करीब 80 प्रतिशत व्यापार समुद्री मार्ग द्वारा होता है.

  • विश्व समुद्री दिवस 2019 की थीम ‘समुद्री समुदाय में महिलाओं को सशक्त बनाना’ है.
  • इससे संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के अनुरूप लैंगिक समानता के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने तथा समुद्री क्षेत्र में विश्व भर में महिलाओं के अहम योगदान को उजागर करने का अवसर मिलेगा.

अंतरराष्ट्रीय समुद्रीय संगठन (आईएमओ) के बारे में

  • यह संयुक्त राष्ट्र संघ की एक विशेष एजेंसी है.
  • यह शिपिंग को विनियमित करने के कार्य करती है.
  • आईएमओ की स्थापना साल 1948 में जिनेवा में अंतरराष्ट्रीय अंतरसरकारी समुद्री सलाहकार संगठन के रूप में की गयी थी.
  • इस संस्था का मुख्यालय यूनाइटेड किंगडम के लन्दन में स्थित है.
  • इसके 171 सदस्य और तीन एसोसिएट सदस्य हैं.
  • भारत साल 1959 में अंतरराष्ट्रीय समुद्री संगठन का सदस्य बना था.